17वीं लोकसभा के पहले सत्र में जब नए सांसदों को शपथ दिलाई जा रही थी । इस दौरान सभी सांसद पद और गोपनीयता की शपथ ले रहे थे। इसके लिए भाजपा सांसद डॉक्टर वीरेंद्र कुमार को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था। लेकिन लोकसभा में सभी की नजरें उस महिला पर टिकी हैं जो नए सदस्यों को शपथ लेने के लिए बुला रही थी।
सांसदों को शपथ लेने के लिए नाम पुकारने वाली महिला कोई और नहीं बल्कि लोकसभा की महासचिव हैं। उनका नाम स्नेहलता श्रीवास्तव है। वह इस पद पर 1 दिसंबर 2017 को पदस्थ हुई थीं। ये मध्यप्रदेश कॉडर की 1982 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।
स्नेहलता श्रीवास्तव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर की रहने वाली हैं। इनका जन्म 18 सितंबर 1957 को कानपुर में हुआ था। इनके पिता का नाम रमेशचंद्र श्रीवास्तव और माता का नाम प्रेमलता श्रीवास्तव है। इनकी शादी 19 नवंबर 1985 को डॉ संजय श्रीवास्तव के साथ हुआ था। इन्होंने भूगोल विषय में पोस्टग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है। जबकि बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल से रीजनल प्लानिंग और इनकामिक ग्रोथ में एमफिल की डिग्री पाई है।
इन पदों पर कर चुकी हैं काम
ये अपनी पहली पोस्टिंग के तौर पर साल 1985 से जुलाई 1988 तक अवर सचिव और एडिशनल कलेक्टर भोपाल गैस राहत और पुनर्वास, मध्यप्रदेश सरकार में नियुक्त हुईं। इसके बाद मंदसौर कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट, उप सचिव गृह विभाग मध्यप्रदेश, उप सचिव ऊर्जा मध्यप्रदेश, उप सचिव वाणिज्य और उद्योग मध्यप्रदेश, उप सचिव / अतिरिक्त सचिव / निदेशक वित्त (बजट) वित्त विभाग मध्यप्रदेश, कार्यकारी निदेशक खनन निगम मध्यप्रदेश, निदेशक (अमेरिका, कनाडा औरविनिमय नियंत्रण) के पद पर काम कर चुकी हैं।
इसके अलावा स्नेहलता श्रीवास्तव निदेशक फंड बैंक डिवीजन, निदेशक एडीबी और इन्फ्रास्ट्रक्चर आर्थिक मामलों का विभाग, संयुक्त सचिव (प्रशासन) केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड- विभाग वित्त मंत्रालय भारत सरकार, मुख्य सतर्कता अधिकारी रेल इंडिया तकनीकी और आर्थिक सेवा के पद पर काम किया है।
ये प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग और तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण विभाग मध्यप्रदेश, राहत आयुक्त राजस्व विभाग मध्यप्रदेश, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश, प्रमुख सचिव संस्कृति और संसदीय कार्य विभाग मध्यप्रदेश, संयुक्त सचिव (न्याय विभाग) भारत सरकार, विशेष / अपर सचिव वित्तीय सेवा विभाग वित्त मंत्रालय भारत सरकार, न्याय विभाग के सचिव कानून और न्याय मंत्रालय भारत सरकार के पद पर काम कर चुकी हैं।