गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को दोपहर बाद चित्रगुप्त मंदिर बख्शीपुर में आयोजित पूर्व विधायक स्वर्गीय अवधेश कुमार श्रीवास्तव के स्मृति दिवस समारोह हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि दी और कहा कि देश को नई दिशा देने, लोकतंत्र को मजबूत बनाने और समाज को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में कायस्थ समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने भारत को आत्मनिर्भर, स्वावलंबी बनाया। जरूरत पड़ी तो दुश्मनों के दांत भी खट्टे किए। जातीय संकीर्णता से ऊपर उठकर काम किया। इसी का नतीजा है कि 130 करोड़ की आबादी वाले भारत के लोकतंत्र की दुनियाभर में तारीफ होती है। उत्तर से दक्षिण तक अलग-अलग मत, मजहब के लोग रहते हैं, फिर भी लोकतंत्र को बेहतर बनाने का काम करते हैं। लोकतंत्र को मजबूत बनाने में कायस्थ समाज का खास योगदान रहा है। मुख्यमंत्री ने सोमनाथ मंदिर के पुनरोद्धार का जिक्र भी किया और कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू नहीं चाहते थे कि राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद वहां जाएं। इसके बावजूद डॉ. राजेंद्र प्रसाद गए। इसी वजह से सोमनाथ मंदिर की भव्यता आज देखते बनती है।
हार, जीत की परवाह किए बगैर आगे बढ़े पूर्व विधायक
मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक स्वर्गीय अवधेश कुमार श्रीवास्तव के कार्यों को याद किया। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक ने हार-जीत की कभी परवाह नहीं की थी। निराशा के बगैर आगे बढ़ते गए और समाज के सभी तबकों को जोड़ने का काम किया। 13 अप्रैल को अवधेश बाबू का निधन हुआ था। 14 अप्रैल को उनकी जयंती मनाई जाती है। रविवार को अवधेश बाबू की 95वीं जयंती भी है। स्मृति दिवस में शैवाल शंकर श्रीवास्तव, सौमंत कुमार श्रीवास्तव, शरदेंदु श्रीवास्तव, वेद प्रकाश श्रीवास्तव, अजय कुमार श्रीवास्तव और अजय राय मौजूद रहे।
मंदिर के विस्तार की योजना अच्छी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कायस्थ समाज ने चित्रगुप्त मंदिर के विस्तार की जो योजना बनाई है, उसकी तारीफ की जानी चाहिए। इस मंदिर में गरीब बेटियों की शादी भी होती है। चुनाव बाद कायस्थ समाज के साथ बैठक करके मंदिर के विस्तार की विस्तृत चर्चा होगी। सुंदरीकरण का प्रस्ताव अच्छा है।