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हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा
हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म 19 दिसंबर 1945 को पटना बिहार में कायस्थ परिवार मैं, श्री भुवनेश्वर प्रसाद सिन्हा एवं श्यामा देवी सिन्हा के यहां हुआ। इनका पूरा नाम शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा है । यह अभिनेता के साथ एक सफल राजनेता भी है। शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी का नाम पूनम और दो बेटे लव कुश और एक बेटी सोनाक्षी सिन्हा जो कि हिंदी सिनेमा में अभिनेत्री है। शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत फिल्म प्रेम पुजारी से की थी। इस फिल्म में उन्होंने एक पाकिस्तानी मिलिट्री ऑफिसर का रोल किया था। वर्ष 1971 में गुलजार साहब की फिल्म* मेरे अपने* एक डायलॉग से शत्रुघ्न सिन्हा की पहचान हिंदी सिनेमा में बनी और वह डायलॉग था, श्याम से कह देना कि छेनू आया था। इसके बाद उन्होंने कालीचरण, खिलौना, विश्वनाथ, दोस्ताना जैसी कई हिंदी फिल्मों में सफल अभिनय किया। उनका एक डायलॉग जो आज भी हर व्यक्ति की जुबां पर रहता है ,खामोश। वर्ष 1981 में नरम गरम फिल्म में एक बात सुनी है चाचा जी गीत , आर डी बर्मन साहब के संगीत निर्देशन में उन्होंने गाया। महुआ चैनल पर प्रसारित कौन बनेगा करोड़पति का भोजपुरी रूपांतरण में मुख्य उद्घोषक के रूप में टेलीविजन पर आए। वर्तमान में आप राजनीति में सक्रिय है।
Happy Birthday Abhishek Bachchan
अभिषेक बच्चन का जन्म 5 फ़रवरी, 1976 को महाराष्ट्र के बम्बई में हुआ था। उनके पिता सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और माता प्रसिद्ध अभिनेत्री जया बच्चन हैं। उनकी एक बहन है श्वेता, जो उद्योगपति निखिल नंदा से विवाहित है। अभिषेक ने अपनी स्कूली शिक्षा 'जमनाबाई नर्सरी स्कूल', 'बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल' और दिल्ली के 'मॉडर्न स्कूल' से की। स्कूल ख़त्म करने के बाद उन्होंने 'ऐग्लों कॉलेज' में दाखिला लिया। वे व्यापार पढ़ने के लिए अमेरिका गए पर अभिनेता बनने के लिए उन्होंने अपनी पढाई बीच में ही छोड़ दी। बाॅलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के बेटे है. अभिषेक ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत ‘रिफ्यूजी’ फिल्म से की थी. अभिषेक की शुरुआती कई फिल्में असफल रही, फिल्म ‘सरकार राज’, ‘युवा’, ‘बंटी और ‘बबली’ ‘गुरु’ से उन्होंने अपनी अभिनय क्षमता का परिचय दिया. उन्होंने फिल्म ‘धूम’ और ‘ब्लफ मास्टर’ में गाना भी गाया. उन्होंने बाॅलीवुड की मशहूर अभिनेत्री और ऐश्वर्या राय से शादी की. उन्हें फिल्म ‘कभी अलविदा ना कहना’ और ‘सरकार राज’ के लिये फिल्मफेयर सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया. वह खेलों के शौकीन हैं. उन्होंने प्रो कबड्डी लीग की टीम जयपुर पिंक पैंथर्स की फ्रेंचाईजी ली हैं. साथ ही वह फुटबाॅल से भी जुड़े हैं. वह इंडियन सुपर लीग की टीम चेन्नई एफसी के सह-स्वामी भी हैं. अभिषेक ने ‘धूम’, ‘पा’, ‘बोल बच्चन’, ‘दोस्ताना’, ‘दिल्ली 6’, ‘उमराव जान’, ‘रन’, जैसी फिल्मों में काम किया है। कैरिअर अभिषेक ने अपने कैरियर की शुरुआत जेपी दत्ता की साधारणतया सफल फ़िल्म रिफ्यूजी से करीना कपूर के साथ २००० में की, परन्तु सफलता करीना को मिली अगले चार साल की अवधि में बच्चन ने कई फ़िल्में बिना किसी बड़ी बॉक्स ऑफिस की सफलता के की, जैसे की अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ कुछ ना कहो वर्ष २००४ उनके लिए एक अच्छा वर्ष था। मणिरत्नम की युवा में उनके प्रदर्शन ने उनकी अभिनय क्षमता को साबित किया। उसी साल, उन्होंने धूम में अभिनय किया जो उनकी पहली बड़ी हिट थी[4]. २००५ में, उन्होने चार लगातार हिट फ़िल्में: बंटी और बबली, सरकार', दस और ब्लाफ़मास्टर दीं. उन्होने अपना दूसरा फ़िल्म फेयर पुरस्कार सरकार में अभिनय के लिये सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता वर्ग में जीता. बच्चन को पहली बार सर्वश्रेठ अभिनेता वर्ग में फ़िल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामांकित किया गया। २००६ में उनकी पहली फ़िल्म कभी अलविदा न कहना" (2006) थी जो साल का सबसे ज्यादा कारोबार करने वाली फ़िल्म थी. उन्होने मणि रत्नम के स्टेज शो नेत्रू, इंद्रु, नाले में कई अन्य कलाकारों के साथ काम किया। उनकी दूसरी फ़िल्म उमराव जान बॉक्स ऑफिस पर अच्छा करने में विफल रही और उनके और ऐश्वर्या राय के सम्बंधों की अफवाह उठी. उनकी तीसरी फ़िल्म धूम 2 थी जो सफल फ़िल्म धूम की उत्तर-कृति थी। इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर बहुत अच्छा किया, परन्तु सफलता का श्रेय पिछली फ़िल्म की तरह खलनायक बने ऋतिक रोशन को मिला. 2007 में उनकी पहली फ़िल्म गुरु थी। उनके प्रदर्शन की काफी सराहना हुई और यह उनकी पहली एकल हिट फ़िल्म साबित हुई. मई २००७ में उन्होंने कई सितारों वाली शूटआउट एट लोखंडवाला में लघु भूमिका की. यह फ़िल्म काफी सफल रही. उनकी अगली फ़िल्म झूम बराबर झूम जून २००७ में प्रदर्शित हुई. भारत में यह फ़िल्म असफल रही
सोनाक्षी सिन्हा भारतीय अभिनेत्री
सोनाक्षी सिन्हा एक भारतीय अभिनेत्री है। उनका जन्म २ जून १९८७ को मुम्बई में हुआ। वो अभिनेता शत्रुघन सिन्हा और अभिनेत्री पूनम सिन्हा की पुत्री हैं। उन्होंने फ़िल्म दबंग (२०१०) से फ़िल्मों में पदार्पण किया जिसमें उन्हें सर्वश्रेष्ठ पदार्पण अभिनेत्री का फ़िल्मफेयर पुरस्कार मिला। वह दो जुड़वां भाइयों, लव सिन्हा और कुश सिन्हा के साथ तीन बच्चों में सबसे छोटी है। सोनाक्षी मुंबई में आर्य विद्या मंदिर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और श्रीमती नाथीबाई दामोदर थ्रैक्रसे महिला विश्वविद्यालय, मुंबई, महाराष्ट्र, से फैशन डिजाइनिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त किया है। सोनीक्षी सिन्हा ने 2005 में मेरा दिल लेके देखो जैसी फिल्मों के लिए वस्त्र डिजाइन कर के, एक कॉस्ट्यूम डिजाइनर के रूप में अपने पेशा की शुरुआत की। और उसके बाद फिर लक्मे फैशन वीक 2009, लक्मे फैशन वीक 2008 में रैंप पर भी चली। उन्होंने अपनी अभिनय की पेशा सलमान खान के साथ, दबंग से किया था। 2019 में, उन्होंने कॉमेडी फिल्म टोटल धमाल में एक गीत 'मुंगडा' में अभिनय किया। इसके बाद उन्होंने आदित्य रॉय कपूर, संजय दत्त, माधुरी दीक्षित, आलिया भट्ट और वरुण धवन सहित कलाकारों की टुकड़ी के साथ पीरियड रोमांस फिल्म कलंक में अभिनय किया। यह फिल्म व्यावसायिक रूप से अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रही। सोनाक्षी ने फिल्म खानदानी शफाखाना में भी काम किया। सोनाक्षी सिन्हा एक पेशेवर पशु प्रेमी है, और वह कुत्तों और बिल्लियों की गोद लेने और नसबंदी की वकालत एक पेटा के अभियान के दौरान रख चुकी हैं।
प्रसिद्ध गायक सोनू निगम
हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध गायक सोनू निगम का जन्म 30 जुलाई 1973 को फरीदाबाद, हरियाणा जिले में श्री अगम निगम जी के यहां एक प्रतिष्ठित कायस्थ परिवार में हुआ। अगम निगम जी खुद एक गायक थे, और वह चाहते थे कि सोनू भी एक सफल गायक बने। सोनू निगम ने अपने पिता के साथ 4 वर्ष की उम्र में पहली बार स्टेज पर अपने पिता के साथ गाना गाया था ।इसके बाद 19 साल की उम्र में भी मुंबई आ गए। सोनू निगम के आदर्श स्वर्गीय मोहम्मद रफी साहब थे, और वहां उन्होंने टी सीरीज के लिए गुलशन कुमार जी के साथ रफी की यादें नामक कई म्यूजिक एल्बम बनाए। सोनू निगम को 1 जून 1993 में सबसे बड़ी सफलता के रूप मे गाया हुआ अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का गाना बहुत लोकप्रिय हुआ । इसके बाद 1995 में आई बेवफा सनम ने उनके कैरियर का एक नया मोड़ आया और उस फिल्म में गाए हुए सभी गाने बहुत हिट रहे। 1995 में ज़ी टीवी के एक रियलिटी शो सारेगामापा वे उद्घोषक की तरह पूरी दुनिया में छा गए। 1997 में जेपी दत्ता की आई फिल्म बॉर्डर के गीत संदेशे आते हैं के बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। सोनू निगम को अभी तक अपने फिल्म कैरियर में 13 फिल्मफेयर अवार्ड , 2 ज़ी सिनेमा अवार्ड, 2 स्टार स्क्रीन अवार्ड, 1अप्सरा अवार्ड और कई सारे अवार्ड के साथ नवाजा जा चुका है। सोनू निगम ने अभी तक अपने पूरे कैरियर में हिंदी गीतों के अलावा उड़िया, पंजाबी, बंगाली, तमिल, तेलुगू, असमिया भाषाओं में गाने गाए हैं।
शेखर सुमन हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता
शेखर सुमन हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता, निर्माता ,निर्देशक, गायक और उदघोषक है ।जिनका जन्म 7 दिसंबर 1962 को बिहार के कायस्थ परिवार में हुआ। शेखर सुमन की विवाह अलका सुमन के साथ 4 मई 1983 को हुआ ।शेखर सुमन के 2 पुत्र थे अध्ययन सुमन आज बॉलीवुड के एक्टर हैं और उनके छोटे बेटे आयुष की दिल की बीमारी के चलते देहांत हो गया। शेखर सुमन ने अपने कैरियर की शुरुआत में दिल्ली दूरदर्शन पर वाह जनाब और देख भाई देख जैसे सीरियल के की। इसके बाद द ग्रेट इंडियन कॉमेडी शो और movers and shekhar नामक सीरियल से लोगों के दिलों में एक जगह बना दी, इसके बाद द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में नवजोत सिंह सिद्धू के साथ में जज के रूप में नजर आए। फिर कॉमेडी सर्कस जो कि सोनी टीवी पर चला और कॉमेडी सुपरस्टार जो सब टीवी पर चला इसके बाद डांस रियलिटी शो झलक दिखला जा में भी इन्होंने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया ।कई फिल्मों में भी उन्होंने काम किया जैसे अनुभव उत्सव संसार तेरे बिना क्या जीना त्रिदेव इत्यादि।
मशहूर संगीतकार राजेश रोशन
बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार राजेश रोशन जी का जन्म मुंबई में 24 मई 1955 को रोशन लाल नागरथ जोकि अपने समय के भी मशहूर संगीतकार थे कोमा के यहां हुआ राजेश रोशन जी ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत 1974 में आई फिल्म कुंवारा बाप से की थी और 1975 में जूली फिल्म में उन्हें बेस्ट फिल्म फेयर म्यूजिक डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला राजेश रोशन जी ने ज्यादातर देवानंद बासु चटर्जी किशोर कुमार लता मंगेशकर और आशा भोसले और रफी साहब के साथ अपना संगीत का सफर जारी रखा उनकी प्रसिद्ध फिल्मों में देश परदेश लूटमार दूसरा आदमी स्वामी प्रियतमा खट्टा मीठा कामचोर बाबू करण अर्जुन कोयला दाग द फायर क्या कहना और कहो ना प्यार है जैसी फिल्में है राजेश रोशन जी फिल्म अभिनेता राकेश रोशन के छोटे भाई हैं और रितिक रोशन के चाचा हैं। वर्ष 2000 में अभिनेता रितिक रोशन द्वारा अभिनीत फिल्म कहो ना प्यार है के लिए एक बार फिर राजेश रोशन जी को बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का फिल्म फेयर अवार्ड मिला।
ऋतिक रोशन अभिनेता
ऋतिक रोशन एक अभिनेता है जो बॉलीवुड में काम कर रहे हैं।इनका जन्म 10जनवरी1974 मे एक कायस्थ परिवार में हुआ था। सन 1980 में हृतिक रोशन ने एक बाल कलाकार के रूप में फिल्मों में पदर्पण होने के बाद फिल्म कहो ना प्यार है (2000) में प्रमुख भूमिका निभाई . इस फिल्म को बड़ी सफलता मिली, रोशन के श्रेष्ठ अभिनय के लिए उनको सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ पुरुष पहली फिल्म अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंनेकोई मिल गया (2003),क्रिश (2006) और धूम 2 (2006) जैसी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए विख्यात रहे हैं जो कि अब तक उनका सबसे बड़ी व्यावसायिक सफलता हैं और जिसके लिए उन्होंने कई सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार प्राप्त किये। सन 2008 में, रोशन को उनका चौथी फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार प्राप्त हुआ तथा कज़ान में उन्हें स्वर्ण मिंबर अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में अपना प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार और जोधा अकबर फिल्म का अभिनय के लिए उनको रूस में पुरस्कार प्राप्त हुआ। इस प्रकार भारत में एक प्रमुख अभिनेता के रूप में खुद को स्थापित किया है। उनके पिता, फिल्म निर्देशक राकेश रोशन, संगीत निर्देशक रोशनलाल नागरथ के बेटे हैं | उनकी मां, पिंकी, निर्माता और निर्देशक जे. ओम प्रकाश की बेटी हैं। उनके चाचा, राजेश, एक संगीतकार हैं | ह्रितिक की एक बड़ी बहन सुनैना है और वह बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल में पढ़ी है | ह्रितिक को एक बच्चे के रूप में अलग-थलग महसूस करते थे; वह अपने दाहिने हाथ पर लगे एक अतिरिक्त अंगूठे के साथ पैदा हुआ था, जिससे बचने के लिए उसके कुछ साथियों ने उनकी मदद की थी | वह छह साल की उम्र से हकलाने लगा; इससे उन्हें स्कूल में बहुत समस्याएँ हुईं और उन्होंने मौखिक परीक्षणों से बचने के लिए चोट और बीमारी का बहाना किया | दैनिक भाषण चिकित्सा द्वारा उनकी मदद की गई ताकि वो इस डर से बाहर आ सके | ह्रितिक के दादा, प्रकाश ने उन्हें पहली बार फिल्म 'आशा' (1980) में छह साल की उम्र में परदे पर लाया; उन्होंने जीतेंद्र द्वारा गाए गए एक गाने में नृत्य किया,
राकेश रोशन मशहूर अभिनेता, निर्माता, निर्देशक
राकेश रोशन बॉलीवुड के एक मशहूर अभिनेता निर्माता निर्देशक है। जिनका जन्म 6 सितंबर 1949 को मुंबई में श्री रोशनलाल नागरथ जो कि अपने समय के मशहूर संगीतकार थे, और कायस्थ थे, के यहां हुआ। राकेश रोशन ने अपने फिल्मी कैरियर का सफर एक अभिनेता के रूप में फिल्म घर घर की कहानी से शुरू किया था और उसके बाद कई फिल्मों के निर्माता और निर्देशक भी रहे उनकी प्रमुख फिल्मों में खेल खेल में, आक्रमण, चलता पुर्जा, कामचोर,प्रियतमा, खून भरी मांग ,काला बाजार किशन कन्हैया ,करन अर्जुन अकेले हम अकेले तुम, कोयला ,कहो ना प्यार है, कोई मिल गया, कृष, काईट और काबिल जैसी मशहूर फिल्में शामिल है राकेश रोशन जी को कोई मिल गया और कहो ना प्यार है, फिल्म के लिए फिल्म फेयर अवार्ड, आईफा अवार्ड , ज़ी सिने अवॉर्ड, अप्सरा अवार्ड जैसे कई मशहूर अवॉर्डओं से उनके कार्य के लिये नवाजा गया है। राकेश रोशन मशहूर फिल्म संगीतकार राजेश रोशन के बड़े भाई हैं और अभिनेता रितिक रोशन के पिता है।