महेश श्रीवास्तव की विशेष टिप्पणियां "किलपन" अब आप पढ़ सकेंगें कायस्थ समाज वेब पोर्टल पर
सादर जय चित्रांश
आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि कायस्थ समाज साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए श्री महेश श्रीवास्तव जी की विशेष टिप्पणियां 'किलपन' का डिजिटल ऑनलाइन पोर्टल शुरू करने जा रहा है।
मध्य प्रदेश गान के रचयिता यशस्वी साहित्यकार एवं संपादक श्री महेश श्रीवास्तव जी के नाम से सभी परिचित हैं l वे पत्रकारिता के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय द्वारा मानद डी. लिट. की उपाधि से विभूषित और सरस्वती, गणेश शंकर विद्यार्थी आदि अनेकानेक राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक सम्मानों से सम्मानित हैं l उन्होंने गद्य एवं पद्य में अनेक पुस्तकों का सृजन किया है l
यहां हम उनके द्वारा दैनिक भास्कर के संपादक के रूप में लिखी गई कुछ विशेष संपादकीय टिप्पणियां प्रस्तुत करने जा रहे हैं, जो वर्ष 1984 से वर्ष 2000 के मध्य लिखी गई थी और 'किलपन' शीर्षक से पुस्तकाकर संग्रहित हैं l
ये टिप्पणियां भाषा के झरोखों से अतीत में झांकने का माध्यम है l पौराणिक उदाहरणों, लोकोक्तियों के सापेक्ष प्रयोग से परिपक्व तथा जानकारियों से परिपूर्ण इन टिप्पणियों को पढ़ कर व्यक्ति अतीत में आनंदपूर्ण नौकाविहार करते हुए अपने ज्ञानकोष में भी वृद्धि कर सकता है l
जब यह टिप्पणियां प्रकाशित होती थी तो पाठक इनका वैसे ही रसास्वादन करते थे जैसे भौंरा पुष्प से मकरंद ग्रहण करता है l इनकी लोकप्रियता की स्थिति यह थी कि इसमें से कई की छाया प्रतियां पाठकों द्वारा देश - प्रदेश के नगरों में प्रमुख स्थानों पर चस्पा कर दी जाती थीं l इन्हें यहां प्रस्तुत करने का उद्देश्य यह है कि पाठकगण उनके लेखन में साहित्य के लालित्य, दर्शन के गांभीर्य और वैज्ञानिक तटस्थता से साक्षात्कार कर आनंद के सरोवर में अवगाहन कर सकें l